नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के मोहन गार्डन इलाके में बाइक सवार दो बदमाशों ने 17 साल की लड़की के चेहरे पर तेजाब फेंक दिया। इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि इस आरोपियों ने इस एसिड अटैक की योजना एक हफ्ते पहले ही बना ली थी। आरोपियों ने टीवी पर एक क्राइम शो को देखकर वारदात को अंजाम देने का आइडिया खोजा। इसके बाद फ्लिपकार्ट से ऑनलाइन तेजाब ऑर्डर किया और घटना को अंजाम दिया।
पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार
स्कूल जा रही किशोरी पर एसिड फेंकने के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार पीड़िता ने एक लड़के से कुछ महीने पहले ब्रेकअप कर लिया था, लेकिन वह अब भी लड़की से बात करने की कोशिश करता था। जब लड़की ने बात करने से साफ मना कर दिया तो उक्त लड़के ने इस साजिश को अंजाम दिया। स्पेशल सीपी सागर प्रीत हुड्डा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस मामले में मुख्य आरोपी सचिन अरोड़ा (20) है। उसने पूरी प्लानिंग के साथ यह हमला किया। सचिन के दो साथियों हर्षित अग्रवाल (19) और विरेंद्र सिंह (22) को भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से एक बाइक, फोन और एसिड की बोतल बरामद की गई है। सचिन वॉलपेपर का काम करता है। हर्षित प्राइवेट कंपनी में पैकिंग का काम करता है। वहीं विरेंद्र सिंह जनरेटर मैकेनिक है।
ऑनलाइन खरीदा था एसिड
पुलिस अधिकारी के अनुसार आरोपियों ने इस वारदान की प्लानिंग एक हफ्ते पहले कर ली थी। उन्हें टीवी पर एक क्राइम सीरियल देखकर एसिड अटैक का आइडिया मिला। इसके बाद सचिन अरोड़ा ने एसिड ऑनलाइन खरीदा था। उसकी पेमेंट सचिन ने अपने पेटीएम से की थी। डीसीपी एम. हर्षवर्धन के अनुसार उक्त ऑनलाइन पोर्टल को वह एसिड की ब्रिक्री के लिए नोटिस भी जारी कर रहे हैं, ताकि एसिड की ऑनलाइन बिक्री रोकी जा सके।
वारदात वाले दिन हर्षित बाइक चला रहा था
आरोपी सचिन को पता था कि लड़की इसी रास्ते से स्कूल जाती है। उसे उसके आने जाने का समय पता था। बुधवार को वह तय समय पर बाइक पर अपने दोस्त हर्षित के साथ पहुंचा। हर्षित बाइक चला रहा था और आरोपी सचिन अरोड़ा पीछे बैठा था। सचिन के हाथ में एसिड था। उन्होंने लड़की को देखा और बाइक चलाते हुए उनके चेहरे पर एसिड फेंक दिया। इसके बाद मेन रोड से फरार हो गए।
पुलिस से बचने के लिए विरेंद्र सिंह को भी मिलाया प्लानिंग में
पुलिस अधिकारी के अनुसार इस मामले में एक तीसरे आरोपी को भी पुलिस ने दबोचा है। पुलिस के अनुसार यह विरेंद्र सिंह हैं। इसका वारदात से सीधे तौर पर कोई लेना देना नहीं है। सचिन ने इसे अपनी बाइक पर अपने कपड़े पहनाकर अपना फोन देकर कही भेजा था। सचिन का मकसद यह था कि यदि पुलिस उसे पकड़ती भी है तो वह इसके जरिए यह दिखा सकता है कि वह उस समय किसी और लोकेशन पर था। पुलिस अधिकारी के अनुसार पूछताछ में पता चला है कि पीड़िता और सचिन में सितंबर 2022 तक दोस्ती थी। मामले में कुछ और खुलासे होने की उम्मीद है।